डेटा रीडंडेंसी क्या है: एक विस्तार से समझें

डेटा रीडंडेंसी: डेटा सुरक्षा और सुधार के लिए अहम उपाय
 

डेटा रीडंडेंसी की परिभाषा

डेटा रीडंडेंसी, एक आँकड़े या डेटा के मल्टिपल कॉपी होने की स्थिति को दर्शाता है जब समान या समरूपी जानकारी एक से अधिक स्त्रोतों में भरपूर रूप से संग्रहित होती है। इसका मतलब है कि यदि एक सिस्टम में एक विशिष्ट डेटा इन्फॉर्मेशन है, तो वही जानकारी एक या एक से अधिक अन्य सिस्टम में भी मौजूद हो सकती है।

क्यों होती है डेटा रीडंडेंसी?

डेटा रीडंडेंसी का मुख्य कारण हो सकता है सुरक्षा और विफलता प्रतिस्थापन। सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में, यह एक सुरक्षा प्राथमिकता की तरह काम कर सकता है, क्योंकि यदि एक सिस्टम में डेटा का नुकसान होता है, तो अन्य सिस्टम से डेटा उपलब्ध रह सकता है। इससे डेटा का नुकसान होने की संभावना कम होती है।

दूसरे तरफ, विफलता प्रतिस्थापन के सनरियो में, यह सुनिश्चित करता है कि जब सिस्टम में कोई त्रुटि आती है, तो सिस्टम उपयोगकर्ताओं को इसे अनदेखा नहीं कराता है। सुधार कार्रवाई के दौरान, जब विफल सिस्टम को ठीक किया जाता है, तो रीडंडेंट डेटा से डेटा को फिर से भरपूर किया जा सकता है, जिससे कार्यक्रम को बिना रुकावट के चलाने में मदद मिलती है।

किस प्रकार से डेटा रीडंडेंसी काम करती है?

डेटा रीडंडेंसी काम करने के लिए, विशिष्ट डेटा को एक से अधिक स्त्रोत में कॉपी करने की प्रक्रिया की जाती है। इस प्रक्रिया को ऑटोमेटिक रूप से किया जा सकता है, जिसमें नए जानकारी को एक स्टोरेज सिस्टम से दूसरे स्टोरेज सिस्टम में सिंक कर दिया जाता है।

डेटा रीडंडेंसी के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रमुख तरीके शामिल हो सकते हैं:

  1. रेडन्डेंट सर्वर: सर्वर सिस्टम में डेटा को रीडंडेंट बनाने के लिए एकाधिक सर्वरों का उपयोग किया जा सकता है। इसमें से किसी एक सर्वर के खराब होने पर अन्य सर्वर डेटा प्रदान कर सकते हैं।
  2. रेडन्डेंट स्टोरेज: डेटा को रीडंडेंट बनाने के लिए एकाधिक स्टोरेज डिवाइस का उपयोग किया जा सकता है, जिससे डेटा की सुरक्षा और उपयोगकर्ता उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकती है।
  3. ऑनलाइन बैकअप: डेटा की ऑनलाइन बैकअप सेवाएँ भी डेटा रीडंडेंसी को प्राप्त करने के लिए उपयोगी हो सकती हैं, जिससे डेटा को सुरक्षित रूप से संरक्षित किया जा सकता है।

समापन

डेटा रीडंडेंसी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा और उपयोगकर्ता उपलब्धता की प्रक्रिया है जो डेटा को सुरक्षित रूप से संरक्षित करने में मदद करती है। यह सुनिश्चित करता है कि डेटा के लिए कोई एक्सेस की गारंटी होती है, चाहे सिस्टम में कोई त्रुटि हो या न हो। इसके अलावा, डेटा रीडंडेंसी यदि स्थापित की जाती है, तो यह किसी आपदा के समय स्थायिता और पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

कृपया ध्यान दें कि यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है और आपकी विशिष्ट स्थितियों पर डेटा रीडंडेंसी को कैसे अपनाना है, उस पर विचार करने की सलाह देने का प्रयास कर रहा है।